Practical Guides for Rituals

Varahi Avarana Nyasa

मातृकापुटित द्वितारी न्यास:

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः शिरसि head

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः आननवृत्त – around the face

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः अक्षि द्व्य eyes

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः श्रोत्र द्व्य ears

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः नासा द्व्य nostrils

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः गण्ड द्व्य cheeks

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः ओष्ठ द्व्य lips

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः दन्त द्व्य teeth

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः मूर्ध्नि top of crown (head)

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः आस्य – mouth

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः दोः सन्धि both shoulderjoints

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः दोः अग्र both hand tips

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः पाद सन्धि  both hip joints

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः पाद अग्र both feet tip

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः पार्श्वद्वय both sides

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः पृष्ट back

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः नाभि navel

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः जठर abdomen

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः हृदय heart

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः अपरगळ (nape of neck- backside)

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः कक्षarmpits

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः हृदयादि पाण्यन्त from heart to tip of both hands

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः हृदयादि पादान्त from heart to tp of both feet

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः हृदयादि जठरान्त from heart to abdomen

अं…क्षं ऐं ग्लौं अं…क्षं नमः हृदयादि मूर्धान्त from heart to top of crown (head)

कर न्यास:  

ऐं ग्लौं – अन्धे अन्धिनि नमः – अङ्गुष्ठाभ्यां नमः

ऐं ग्लौं – रुन्धे रुन्धिनि नमः – तर्जनीभ्यां स्वाहा 

ऐं ग्लौं – जम्भे जम्भिनि नमः – मध्यमाभ्यां वषट्

ऐं ग्लौं – मोहे मोहिनि नमः -अनामिकाभ्यां हुं 

ऐं ग्लौं – स्तम्भे स्तम्भिनि नमः -कनिष्टिकाभ्यां वौषट्   

हृदयादि न्यास:  

ऐं ग्लौं-ऐं नमो भगवति वार्तालि वार्तालि -हृदयाय नमः

ऐं ग्लौं-वाराहि वाराहि -शिरसे स्वाहा

ऐं ग्लौं-वराहमुखि वराहमुखि  -शिखायै वषट्

ऐं ग्लौं-अन्धे अन्धिनि नमः -कवचाय हुं

ऐं ग्लौं-रुन्धे रुन्धिनि नमः -नेत्रत्रयाय वौषट्

ऐं ग्लौं-जम्भे जम्भिनि नमः -अस्त्राय फट् । भूर्भुवस्स्वरों इति दिग्बन्धः

मूलसप्तार्णक– पञ्चक न्यासः

ऐं ग्लौं – अन्धे अन्धिनि नमः –  शिरसि

ऐं ग्लौं – रुन्धे रुन्धिनि नमः –  मुखे

ऐं ग्लौं – जम्भे जम्भिनि नमः – हृदये

ऐं ग्लौं – मोहे मोहिनि नमः – गुह्ये

ऐं ग्लौं – स्तम्भे स्तम्भिनि नमः – पादयोः

मूलखण्डाष्टक न्यासः

२-ऐं ग्लौं ऐं नमो भगवति वार्तालि वार्तालि वाराहि वाराहि वराहमुखि वराहमुखि- पादादि जान्वन्त

२-अन्धे अन्धिनि नमः – जान्वादि कट्यन्त

२-रुन्धे रुन्धिनि नमः – कट्यादि नाभ्यन्त

२-जम्भे जम्भिनि नमः – नाभ्यादि हृदयान्त

२-मोहे मोहिनि नमः – हृदयादि कण्ठान्त

२-स्तम्भे स्तम्भिनि नमः – कण्ठादि भ्रूमधान्त

२-सर्वदुष्ट प्रदुष्टानां सर्वेषां सर्ववाक्-चित्त-चक्षुर्मुख-गति-जिह्वा-स्तम्भनं कुरु कुरु शीघ्रं वश्यं – भ्रूमध्यादिललाटान्त

२-ऐं ग्लौं ठःठःठःठः हुं अस्त्राय फट्- ललाटादि मूर्धान्त

मातृकास्थानेषु मूलवर्ण न्यासः

२-ऐं नमः शिरसि head

२-ग्लौं नमः आननवृत्त around the face

२-ऐं नमः नेत्रयोः eyes

२-नमो नमः  कर्णयोः ears

२-भगवति नमः नासयोः nostrils

२-वार्तालि नमः गण्डयोः cheeks

२-वार्तालि नमः ओष्ठयोः lips

२-वाराहि नमः दन्तयोःteeth

२-वाराहि नमः ब्रह्मरन्ध्रे top of crown (head)

२-वराहमुखि नमः मुखान्तः  inside the mouth

२-वराहमुखि नमः दक्षदोर्मूले right shoulder joint

२-अन्धे नमः दक्ष कूर्परे right elbow

२-अन्धिनि नमः दक्ष मणिबन्धे  right wrist

२-नमो नमः दक्ष कराङ्गुलिमूले right finger starting places

२-रुन्धे नमः दक्ष कराङ्गुल्यग्रे right finger ends

२-रुन्धिनि नमः वामदोर्मूले left shoulder joint

२-नमो नमः वाम कूर्परे left elbow

२-जम्भे नमः वाम मणिबन्धे left wrist

२-जम्भिनि नमः वाम कराङ्गुलिमूले left finger starting places

२-नमो नमः वाम कराङ्गुल्यग्रे left finger ends

२-मोहे नमः दक्षोरुमूले right hip joint

२-मोहिनि नमः दक्षजनुनि right knee

२-नमो नमः दक्षगुल्फ right ankle

२-स्तम्भे नमः दक्षपादाङ्गुलिमूले right feet finger starting place

२-स्तम्भिनि नमः दक्षपादाङ्गुल्यग्रे right feet finger ends

२-नमो नमः वामोरुमूले left hip joint

२-सर्वदुष्टप्रदुष्टानां नमः वामजनुनि left knee

२-सर्वेषां नमः वामगुल्फ left ankle

२-सर्ववाक्-चित्त-चक्षुर्मुख-गति-जिह्वा-स्तम्भनं नमः वामपादाङ्गुलिमूले left feet finger starting place

२-कुरु नमः वामपादाङ्गुल्यग्रे left feet finger ends

२-कुरु नमः पार्श्वयोः both sides

२-शीघ्रं नमः पृष्ठ back

२-वश्यं नमः नाभि navel

२-ऐं नमः जठर abdomen

२-ग्लौं नमः हृदय heart

२-ठः नमः दक्ष कक्ष right armpit

२-ठः नमः अपरगल back of neck

२-ठः नमः वामकक्ष left armpit

२-ठः नमः हृदयादि पाण्यन्त from heart to both hand finger ends

२-हुं नमः हृदयादि पादान्त from heart to both feet finger ends

२-अस्त्राय नमः हृदयादि पाय्वन्तं from heart to navel

२-फट् नमः हृदयादि मूर्धान्तं from heart to top of crown (head)

तत्व न्यासः

२-ऐं ग्लौं ऐं नमो भगवति वार्तालि वार्तालि वाराहि वाराहि वराहमुखि वराहमुखि-ह्लां शर्वाय क्षिति तत्वाधिपतये नमः – पादादि जान्वन्त from feet to knee

२-अन्धे अन्धिनि नमः -ह्लीं भवाय अम्बु तत्वाधिपतये नमः -जान्वादि कट्यन्त from knee to hip

२-रुन्धे रुन्धिनि नमः -ह्लूं रुद्राय वह्नि तत्वाधिपतये नमः -कट्यादि नाभ्यन्त from hip to navel

२-जम्भे जम्भिनि नमः -ह्लैं उग्राय वायु तत्वाधिपतये नमः -नाभ्यादि हृदयान्त from navel to heart

२-मोहे मोहिनि नमः -ह्लौं ईशानाय भानु तत्वाधिपतये नमः -हृदयादि कण्ठान्त from heart to neck

२-स्तम्भे स्तम्भिनि नमः -सों महादेवाय सोम तत्वाधिपतये नमः -कण्ठादि भ्रूमधान्त from neck to mid eyebrow

२-सर्वदुष्ट प्रदुष्टानां सर्वेषां सर्ववाक्-चित्त-चक्षुर्मुख-गति-जिह्वा-स्तम्भनं कुरु कुरु शीघ्रं वश्यं – हं पशुपतये यजमान तत्वाधिपतये नमः –भ्रूमध्यादि ललाटान्त from mid eyebrow to fore head

२-ऐं ग्लौं ठःठःठःठः हुं अस्त्राय फट्- औं भीमाय आकाश तत्वाधिपतये नमः -ललाटादि मूर्धान्त from fore head to top of crown (head)

२- ऐं ग्लौं ऐं नमो भगवति वार्तालि वार्तालि वाराहि वाराहि वराहमुखि वराहमुखि अन्धे अन्धिनि नमः रुन्धे रुन्धिनि नमः जम्भे जम्भिनि नमः मोहे मोहिनि नमः स्तम्भे स्तम्भिनि नमः सर्वदुष्ट प्रदुष्टानां सर्वेषां सर्ववाक् चित्त-चक्षुर्मुख-गति-जिह्वा-स्तम्भनं कुरु कुरु शीघ्रं वश्यं ऐं ग्लौं ठःठःठःठः हुं अस्त्राय फट् – सर्वाङ्गे व्यपकं (3 times)

पीठ पूजा न्यास:

2-मण्डूकाय नमः मूलाधारे

2-कालाग्निरुद्राय नमः स्वाधिष्ठाने

2-मूलप्रकृत्यै नमः मणिपूरके

2-आधारशक्तये नमः हृदये

2-कूर्माय नमः हृदये

कूर्मोपरि 2-अनन्ताय नमः हृदये

अनन्तोपरि 2-वाराहाय नमः हृदये

वाराह दम्ष्ट्राग्रे 2-पृथ्व्यै नमः हृदये

पृथ्व्यां 2-सुराब्धये नमः देह दक्षिणभागे

सुराब्धि मध्ये 2-वराहद्वीपाय नमः हृदये

वराहद्वीपे 2-वराहपीठाय नमः हृदये

वराहपीठे 2-स्वर्णप्राकाराय नमः हृदये

स्वर्णप्राकार मध्ये  2- मणिमण्डपाय नमः हृदये

मणिमण्डप मध्ये 2-रत्नसिंहासनाय नमः हृदये

सिंहासन चतुर्पादेषु

2-ऋं धर्माय नमः दक्षांसे

2-ॠं ज्ञानाय नमः वामांसे

2-लृं वैराग्याय नमः वामोरु

2-लॄं ऐश्वर्याय नमः दक्षोरु

सिंहासन फलकायां

2-ऋं अधर्माय नमः मुखे

2-ॠं अज्ञानाय नमः दक्ष पार्श्वे

2-लृं अवैराग्याय नमः नाभौ

2-लॄं अनैश्वर्याय नमः वाम पार्श्वे

सिंहासन मध्ये 2-त्रयर-पञ्चार-षडर-दलाष्टक-शतपत्र-सहस्रपद्मासनाय नमः  

तस्य मध्ये 2- मायायै नमः

(तस्योर्ध्वे) 2- विद्यायै नमः

(तस्योर्ध्वे) 2- पञ्चदश-फणायुत-अनन्ताय नमः

(फणमध्ये) 2- द्वादश-पत्र-पद्माय नमः

2-आनन्द-कन्दाय नमः

2-संविन्नालाय नमः

2-प्रकृतिमय-पत्रेभ्यो नमः

2-विकारमय-केसरेभ्यो नमः

2-मातृकातत्त्व-विलसत्कर्णिकायै नमः

कर्णिकामध्ये 2-अर्क-मण्डलाय नमः / 2-सोम-मण्डलाय नमः /2-वह्नि-मण्डलाय नमः

2-बोधात्मने सत्वाय नमः /2-प्रकृत्यात्मने रजसे नमः /2-ॐ मोहजात्मने तमसे नमः

2-आं आत्मने नमः

2-अं अन्तरात्मने नमः

2-पं परमात्मने नमः

2- ह्रीं ज्ञानात्मने नमः

पूर्वे – 2-ज्ञानतत्त्वाय नमः                                             3                           

दक्षिणे 2-मायातत्त्वाय नमः                                                    

पश्चिमे 2-कलातत्त्वाय नमः                                 2        5        4                 

उत्तरे 2-विद्यातत्त्वाय नमः                                                     

मध्ये 2-परतत्त्वाय नमः                                                1                 

2- हौं प्रेतपद्मासनाय सदाशिवाय  नमः -देव्यासन सर्वाङ्गे व्यापकं

2-मण्डूकादि परतत्वान्त पीठ देवताभ्यो नमः सर्वाङ्गे व्यापकं

पीठ शक्ति न्यासः

  1. 2-जयायै नमः पादाङ्गुष्ठद्वये                                                                     
  2. 2-विजयायै नमः दक्ष जानुनि                                                           
  3. 2-अजितायै नमः दक्ष कूर्परे                                        
  4. 2-अपराजितायै नमः दक्ष कराङ्गुल्यग्रे                                                      
  5. 2-नित्यायै नमः शिखा                                                                               
  6. 2-विलासिन्यै नमः वाम कराङ्गुल्यग्रे                                                         
  7. 2-दोग्ध्र्यै नमः वाम कूर्परे                                                                          
  8. 2-अघोरायै नमः वाम जानुनि
  9. 2-मङ्गलायै नमः हृदये

ध्यानं:पाथोरुह पीठगतां पाथोधर्मेचकां कुटिलदम्ष्ट कपिलाक्षित्रितयां

धनकुचकुम्भां प्रणत वाञ्छित वदान्यां ।

दक्षोर्ध्वदोः अरि-खड्गौ-मुसलं-अभीतिं तत् अन्यत्

तत् वत्-शङ्ख-खेट-हल-वरान् करैः दधानां स्मरामि वार्ताळीं ॥

पञ्चपूजा-लं पृथ्व्यात्मिकायै गन्धं कल्पयामि नमः

हं आकाशात्मिकायै पुष्पं कल्पयामि नमः

यं वायव्यात्मिकायै धूपं कल्पयामि नमः

रं वह्न्यात्मिकायै दीपं कल्पयामि नमः

वं अमृतात्मिकायै नैवेद्यं कल्पयामि नमः

सं सर्वात्मिकायै ताम्बूलादि सर्वोपचारान् कल्पयामि नमः

I – प्रथमावरणं

2-जम्भिन्यै नमः शिरसि

2-मोहिन्यै नमः हृदये

2-स्तम्भिन्यै नमः पादयोः

2-एताः प्रथमावरणस्थ देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः न्यस्ताः सन्तु नमः

2-अभीष्ट सिद्धिं मे देहि शरणागत वत्सले | भक्त्या समर्पयेत्तुभ्यं प्रथमावरणार्चनं ||

2-अनेन प्रथमावरण न्यासेन श्रीमहावाराही सुप्रीता सुप्रसन्ना वरदा भवतु

II – द्वितीयावरणं

  1. 2-अन्धिन्यै नमः शिरसि
  2. 2-रुन्धिन्यै नमः मुखे
  3. 2-जम्भिन्यै नमःहृदये
  4. 2-मोहिन्यै नमः गुह्ये
  5. 2-स्तम्भिन्यै नमः पादयोः

2-एताः द्वितीयावरणस्थ देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः न्यस्ताः सन्तु नमः

2-अभीष्ट सिद्धिं मे देहि शरणागत वत्सले | भक्त्या समर्पयेत्तुभ्यं द्वितीयावरणार्चनं||

2-अनेन द्वितीयावरण न्यासेन श्रीमहावाराही सुप्रीता सुप्रसन्ना वरदा भवतु

III -तृतीयावरणं

  1. 2-आ क्षा ई ब्राह्म्यै नमः मूलाधारे
  2. 2-ई ळा ई माहेश्वर्यै नमः स्वाधिष्ठाने
  3. 2-ऊ हा ई कौमार्यै नमः मणिपूरके
  4. 2-ॠ सा ई वैष्णव्यै नमः अनाहते
  5. 2-ऐ शा ई इन्द्राण्यै नमः विशुद्धौ
  6. 2-औ वा ई चामुण्डायै नमः आज्ञायां
  1. 2- यमरयूं यां यीं यूं यैं यौं यः याकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां त्वक् धातुं गृह्ण गृह्ण अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा याकिन्यै नमः विशुद्धौ
  2. 2- रमरयूं रां रीं रूं रैं रौं रः राकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां रक्त धातुं पिब पिब अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा राकिन्यै नमः अनाहते
  3. 2- लमरयूं लां लीं लूं लैं लौं लः लाकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां मांस धातुं भक्षय भक्षय अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा लाकिन्यै नमः मणिपूरके
  4. 2- डमरयूं डां डीं डूं डैं डौं डः डाकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां मेधो धातुं ग्रस ग्रस अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा डाकिन्यै नमः स्वाधिष्ठाने
  5. 2- कमरयूं कां कीं कूं कैं कौं कः काकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां अस्थि धातुं भञ्जय भञ्जय अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा काकिन्यै नमः मूलाधारे
  6. 2- समरयूं सां सीं सूं सैं सौं सः साकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां मज्जा धातुं गृह्ण गृह्ण अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा साकिन्यै नमः आज्ञायां
  7. 2- हमरयूं हां हीं हूं हैं हौं हः हाकिनी जम्भय जम्भय मम सर्वशत्रूणां शुक्ल धातुं पिब पिब अणिमादि वशं कुरु कुरु स्वाहा हाकिन्यै नमः ब्रह्मरन्ध्रे  
  • 2- चामर ग्राहिणि स्तम्भिन्यै नमः दक्ष स्तन (श्वासकोश)
  • 2- चामर ग्राहिणि क्रोधिन्यै नमः वाम स्तन (श्वासकोश)
  1. 2-स्तम्भन मुसलायुधाय नमः मुसलायुध श्रीपादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः हृदय दक्षभाग
  2. 2-आकर्षण हलायुधाय नमः हलायुध श्रीपादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः हृदय वामभाग
  1. 2- क्ष्रौं क्रौं चण्डोच्चण्ड श्रीपादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः शिरसि

2-एताः तृतीयावरणस्थ देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः न्यस्ताः सन्तु नमः

2-अभीष्ट सिद्धिं मे देहि शरणागत वत्सले| भक्त्या समर्पयेत्तुभ्यं तृतीयावरणार्चनं||

2-तृतीयावरणे मातृका-योगिनी-चामरग्राहिणी-आयुध-चण्डोच्चण्ड सहितायै श्रीमहावाराह्यै नमः

2-अनेन तृतीयावरण न्यासेन श्रीमहावाराही सुप्रीता सुप्रसन्ना वरदा भवतु

IV -चतुर्थावरणं

  1. 2- वार्ताळ्यै नमः पादाङ्गुष्ठद्वये 
  2. 2- वाराह्यै नमः दक्ष पार्श्वे
  3. 2- वराहमुख्यै नमः शिरसि
  4. 2- अन्धिन्यै नमः वाम पार्श्वे
  5. 2- रुन्धिन्यै नमः वाम जानुनि
  6. 2- जम्भिन्यै नमः दक्ष जानुनि
  7. 2- मोहिन्यै नमः दक्षांसे
  8. 2- स्तम्भिन्यै नमः वामांसे
  • 2- महामहिष-देवीवाहनाय नमः लिङ्गाग्रे

 2-एताः चतुर्थावरणस्थ देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः न्यस्ताः सन्तु नमः

2-अभीष्ट सिद्धिं मे देहि शरणागत वत्सले | भक्त्या समर्पयेत्तुभ्यं चतुर्थावरणार्चनं||

2-अनेन चतुर्थावरण न्यासेन श्रीमहावाराही सुप्रीता सुप्रसन्ना वरदा भवतु

V –पञ्चमावरणं

  1. 2- जम्भिन्यै नमः पाद तले
  2. 2- इन्द्राय नमः दक्ष पादाङ्गुष्ठे
  3. 2- अप्सरोभ्यो नमः दक्ष पादाङ्गुष्ठ नखे- nail
  4. 2- सिद्धेभ्यो नमः गुल्फे – ankle
  5. 2- द्वादशादित्येभ्यो नमः पार्ष्णौ- heel
  6. 2- अग्नये नमः दक्ष जानुनि
  7. 2- साध्येभ्यो नमः दक्ष ऊरौ
  8. 2- विश्वेभ्योदेवेभ्यो नमः दक्ष कट्यां
  9. 2- विश्वकर्मणे नमः नाभि दक्षे
  10. 2- यमाय नमः दक्ष पार्श्वे
  11. 2- मातृभ्यो नमः दक्ष स्तने
  12. 2- रुद्रपरिचारकेभ्यो नमः दक्ष वक्षसि
  13. 2- रुद्रेभ्यो नमः दक्ष वक्षसि
  14. 2- मोहिन्यै नमः हृदय दक्षे
  15. 2- निऋतये नमः दक्षांसे
  16. 2- राक्षसेभ्यो नमः चोरकूपे
  17. 2- मित्रेभ्यो नमः ग्रीवायां
  18. 2- गन्धर्वेभ्यो नमः जिह्वायां
  19. 2- भूतगणेभ्यो नमः मुखे
  20. 2- वरुणाय नमः वामांसे
  21. 2- वसुभ्यो नमः प्राणे
  22. 2- विद्याधरेभ्यो नमः जिह्वायां
  23. 2- किन्नरेभ्यो नमः जिह्वायां
  24. 2- वायवे नमः वाम पार्श्वे
  25. 2- स्तम्भिन्यै नमः हृदय वामे
  26. 2- चित्ररथाय नमः नाभि वामे
  27. 2- तुम्बुरवे नमः  वाम कट्यां
  28. 2- नारदाय नमः कट्यां
  29. 2- यक्षेभ्यो नमः वाम ऊरौ
  30. 2- सोमाय नमः वाम जानुनि
  31. 2- कुबेराय नमः मेधोधातुषु
  32. 2- देवेभ्यो नमः वाम गुल्फे
  33. 2- विष्णवे नमः वाम पार्ष्णौ- heel
  34. 2- ईशानाय नमः वाम पादाङ्गुष्ठे
  35. 2- ब्रह्मणे नमः ब्रह्मरन्ध्रे
  36. 2- अश्विनीभ्यां नमः तालुनि
  37. 2- धन्वन्तरये नमः रक्तधातुषु
  38. 2- विनायकेभ्यो नमः भ्रूमध्ये
  39. 2-औं क्षौं क्षेत्रपालाय नमः ग्रीवायां
  40. 2- सिंहवराय देवीवाहनाय नमः दक्षांसे
  41. 2-महाकृष्णाय-मृगराजाय-देवीवहनाय नमः प्राणे

2-एताः पञ्चमावरणस्थ देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः न्यस्ताः सन्तु नमः

2-अभीष्ट सिद्धिं मे देहि शरणागत वत्सले |भक्त्या समर्पयेत्तुभ्यं पञ्चमावरणार्चनं ||

2-अनेन पञ्चमावरण न्यासेन श्रीमहावाराही सुप्रीता सुप्रसन्ना वरदा भवतु

VI- षष्ठावरणं

  1. 2- ऐरावताय नमः पादाङ्गुष्ठद्वये
  2. 2- पुण्डरीकाय नमः दक्ष पार्श्वे
  3. 2- वामनाय नमः शिरसि
  4. 2- कुमुदाय नमः वाम पार्श्वे
  5. 2- अञ्जनाय नमः वाम जानुनि
  6. 2- पुष्पदन्ताय नमः दक्ष जानुनि
  7. 2- सार्वभौमाय नमः दक्षांसे
  8. 2- सुप्रतीकाय नमः वामांसे
  • 2-क्षौं हेतुकभैरव क्षेत्रपालाय नमः दक्ष पादाङ्गुष्ठे
  • 2-क्षौं त्रिपुरान्तकभैरव क्षेत्रपालाय नमः दक्ष जानुनि
  • 2-क्षौं अग्निजिह्वाभैरव क्षेत्रपालाय नमः दक्ष पार्श्वे
  • 2-क्षौं यमजिह्वाभैरव क्षेत्रपालाय नमः दक्षांसे
  • 2-क्षौं एकपादभैरव क्षेत्रपालाय नमः वामांसे
  • 2-क्षौं कालभैरव क्षेत्रपालाय नमः वाम जानुनि
  • 2-क्षौं करालभैरव क्षेत्रपालाय नमः वाम पार्श्वे
  • 2-क्षौं भीमरूपभैरव क्षेत्रपालाय नमः वाम पादाङ्गुष्ठे
  • 2-क्षौं हाटकेशभैरव क्षेत्रपालाय नमः ब्रह्मरन्ध्रे
  • 2-क्षौं अचलभैरव क्षेत्रपालाय नमः  मूलाधारे

2-एताः षष्ठावरणस्थ देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः न्यस्ताः सन्तु नमः

2-अभीष्ट सिद्धिं मे देहि शरणागत वत्सले |भक्त्या समर्पयेत्तुभ्यं षष्ठावरणार्चनं ||

2-अनेन षष्ठावरण न्यासेन श्रीमहावाराही सुप्रीता सुप्रसन्ना वरदा भवतु

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